हिमालय-भारत का सबसे कमज़ोर पर्वत

Written By Avinash Sharan

29th June 2019

 हिमालय: भारत का सबसे कमज़ोर पर्वत

HIMALAYAS

                                                  HIMALAYAS

 हिमालय की गिनती भारत के सबसे कमज़ोर पर्वतों में क्यों होती है ?

 भारत का सबसे कमज़ोर पर्वत – हिमालय। अक्सर हम हिमालय  (पहाड़) शब्द का ये अर्थ लगाते हैं कि वो बहुत ही विशाल और ठोस  भू भाग होगा जबकि आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि भारत के सबसे कमज़ोर भू भागों में से एक है हिमालय.

भारत में यह कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक लगभग 2400 km तक फैला है। इस पर्वत पर दुर्लभ जीवऔर घने जंगल पाए जाते हैं।

क्यों है हिमालय कमज़ोर ?

हिमालय किसी ठोस पत्थर से बना ना होकर कंकड़ , छोटे पत्थर, मिटटी एवं बालू (sediments ) इत्यादि से बना है।
अत्यधिक दबाव के कारण कंकड़, बालू , मिटटी आपस में चिपक गयी जिससे परतदात चट्टान (sedimentary rocks ) बन गया।
हिमालय पर्वत  इन अवसादों से बना होने के कारण ही कमज़ोर है।
ऊपर घने पेड़-पौधों की जड़ें इसकी मिटटी को कसकर जकड़ी हुई है जिसकी वजह से ये पहाड़ टिका हुआ है।
आपने देखा होगा, अत्यधिक वर्षा की वजह से हिमालय में आता है लैंडस्लाइड। वर्षा के जल से मिटटी कटकर बाह जाती है और पत्थर ढीले हो जाते हैं। https://shapingminds.in/bermuda-triangle-the-sea-ghost/ इस वजह से आता है लैंड स्लाइड।

आखिर कैसे हुई हिमालय की समुद्र से उत्पत्ति :

http://https://youtu.be/ojxWbZqG-HA

  •  जर्मनी के भूगर्भशास्त्री कोबर के अनुसार आज जहां हिमालय है वहां पर टेथिस  नमक  एक समुद्र था।

 तथा टेथिस के दक्षिण में गोंडवाना लैंड और टेथिस के उत्तर में अंगारालैंड ( लिउरेशिआ ) नमक दो बड़े महाद्वीप थे।

  • इन दोनों महाद्वीपों के बीच एक समुद्र था टेथीस।  
  • दोनों भूखंडों में नदियां बहती थी और अपना सारा कचरा (मिटटी) समुद्र में गिराती थी।  
  • नदियों ने लंबे समय तक टेथिस सागर में अवसादों का जमाव  किया जिससे टेथिस में मलवा जमा होने लगा।
  • अतः लंबे समय तक मलवा जमा होने के कारण नीचे के  मलवे ने अत्यधिक दबाव के कारण परतदार पत्थर (SEDIMENTARY ROCKS) का रूप धारण कर लिया। 
हिमालय की उत्पत्ति

                                       दो महाद्वीपों के बीच टेथिस सागर

  • एक समय ऐसा आया जब गोंडवाना लैंड उत्तर की ओर खिसकने लगा और समुद्र में सिकुड़न होने लगी
  • अर्थात उसकी चौड़ाई घटने लगी तथा दोनों तरफ से दबाव के कारण (अंगारालैंड तथा गोंडवाना लैंड) के बीच का भाग ऊपर की तरफ ऊपर की तरफ उठना शुरू हो गया।
  •  धीरे धीरे समुद्र विलुप्त हो गया और हिमालय, पर्वत श्रेणी का निर्माण हुआ।

सरल शब्दों में इतना जान लीजिये कि हिमालय  मिटटी और बालू के छोटे छोटे कणो से बना है. इसकी उत्पत्ति टेथीस नमक समुद्र से हुई है।

INTERESTING FACT: आज भी हिमालय की ऊँचाई बढ़ रही है इसलिए इसे YOUNG FOLD MOUNTAINS भी कहा जाता है।

 

 क्या है हिमालय पर खतरा :

१. चूँकि हिमालय बालू एवं मिटटी के छोटे-छोटे कणों से बना है इसलिए वह कमज़ोर है। 

२. अंधाधुंध पेड़ कटने की वजह से खतरा और अधिक बढ़ गया है।

 ३. हिमालय एक नया पर्वत है और अभी भी  ये बनने की प्रक्रिया में ही है जिसकी वजह से लगातार इसकी ऊँचाई बढ़ रही है, ऐसे में पर्वत को काटकर सड़कें, होटल, मकान, बाँध इत्यादि बनाना खतरे को और बढ़ा देता है।

 ४. गोंडवानालैंड के अंगारलैंड से टकराने की वजह से हिमालय पे भूकंप का खतरा भी हर वक़्त बना रहता है। 

५. नदियों के तेज बहाव और अपरदन (EROSION) की क्रिया के कारण बार बार ज़मीन खिसकने की संभावना रहती है। 

कब जाएं पहाड़ी इलाके में घूमने ?

BEAUTY OF HIMALAYAS

           BEAUTY OF HIMALAYAS

इसमें कोई शक नहीं कि हिमालय की खूबसूरती ऐसी है किआप जितनी बार भी चले जाएं आपका मन नहीं भरेगा।https://shapingminds.in/tea-time-in-assam-tea-gardens/  दुनिया की सबसे ऊंची और सबसे खूबसूरत पर्वत श्रेणी है हिमालय मगर हिमालयी इलाकों में हर वक़्त खतरा बना रहता है फिर भी अगर हिमालय की खूबसूरती का नज़ारा देखना चाहते हैं तो गर्मियों में जा सकते हैं। ठण्ड के मौसम में भी खतरा कम ही होता है। मगर, अगर आप बरसात के दिनों में हिमालयी क्षेत्र में जाने की सोच रहे हैं तो फिर आप बहुत बड़ा खतरा मोल रहे हैं. किसी भी वक़्त कुछ भी हो सकता है। दो वर्ष पहले उत्तराखंड में बादल फटने की घटना से हुई तबाही तो आप को याद होगी ही। 

 हिमालय के बारे में थोड़ी सी जानकारी आपकी यात्रा को सफल, मनोरंजक और यादगार बना सकती है। 

 

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