गणेश जी और कंप्यूटर:
गणेश जी और कंप्यूटर? बहुत ही हैरान कर देनेवाला विषय है। क्या गणेश जी और कंप्यूटर में वाकई कोई समानता है ? क्या हम गणेश जी को आधुनिक युग का कंप्यूटर मान सकते हैं ?
अंग्रेज़ों की नज़र में गणेश जी :
एक समय था जब विदेशी हिन्दू धर्म और देवी देवताओं का खुलकर मज़ाक उड़ाते थे।
किसी अँगरेज़ ने गणेश जी की मूर्ति को देखकर कहा था “it is the first ever cartoon in the world” अर्थात कार्टून बनाने की शुरुआत गणेश जी से ही हुई होगी ।
भारी -भरकम शरीर, छोटे छोटे पाँव, बड़े-बड़े कान, बाहर निकला हुआ पेट, लम्बी सी सूंड़, और सवारी चूहा. मज़ाक इस बात पे बन रहा था
कि आखिर इतना भरी-भरकम शरीर एक चूहे की सवारी कैसे कर सकता है?
लोगों ने इस कहानी का ऊपरी अर्थ समझा लेकिन इसमें छिपे गूढ़ अर्थ को वे नहीं समझ पाए.
आखिर क्या है गणेश जी के जन्म की पौराणिक कहानी
१. शिवपुराण के अनुसार माता पार्वती ने अपने शरीर पर हल्दी लगायी थी।
२. शरीर से हल्दी उबटन उतारने के बाद उनहोंने उससे एक पुतला बना दिया और उस पुतले में प्राण डाल दिए।
३. इसके बाद माता पार्वती ने गणेश जी को आदेश दिया कि तुम द्वार पर बैठ जाओ और किसी को भी अंदर नहीं आने देना.
४ कुछ समय पश्चात् शिवजी घर आये और वे पार्वती जी से मिलना चाहते थे तो गणेश जी ने साफ़ मना कर दिया.
५. दोनों में विवाद हो गया और विवाद ने युद्ध का रूप धारण कर लिया.
६. शिव जी ने अपने त्रिशूल से गणेश जी का सर काट डाला।
इसके बाद
७. जब पार्वती जी को पता चला तो वो बहार आयीं और गणेश जी का कटा सर देखकर रोने लगीं।
८. उन्होंने शिव जी से कहा कि आपने मेरे बेटे का सर काट दिया.
९. शिव जी ने पुछा कि ये तुम्हारा बीटा कैसे हो सकता है तो पारवती ने शिवजी को पूरी बात बताई.
१०. शिव जी ने पार्वती को मानते हुए कहा कि ठीक है मैं इसमें फिर से प्राण डाल देता हूँ लेकिन उसके लिए एक सर चाहिए।
११. शिवजी ने गरुड़ से कहा की उत्तर दिशा में जाओ और वहां जो भी माँ अपने बच्चे की तरफ पीठ करके सोइ हो उस बच्चे का सर ले आना।
१२. गरुड़ जी भटकते रहे पर उन्हें ऐसी कोई माँ नहीं मिली क्योंकि हेर माँ अपने बच्चे की परफ मुँह कर के ही सोती है।
१३. अन्ततः उनकी नज़र एक हथिनी पर पड़ी। हथिनी के शरीर की बनावट ऐसी होती है की वो चाहकर भी बच्चे की तरफ मुँह करके नहीं सो सकती।
१४. गरुड़ जी उस छोटे शिशु हाथी का सर ले आये.
१५. भगवान् शिव ने उसे बालक के शरीर से जोड़ दिया और उसमे प्राण का संचार कर दिया.
क्या है इस कहानी का गूढ़ रहस्य : कहीं गणेश जी सुपर कंप्यूटर के डिज़ाइन तो नहीं ?
गणेश शब्द का अगर संधि विच्छेद किया जाये तो गण का अर्थ होता है अंक (NUMBER) और ईश का अर्थ होता है देवता.
(THE GOD OF NUMBERS/CALCULATION)
यह कहानी प्रतिकात्मक (SYMBOLIC) है। इस कहानी से यह पता चलता है कि :
१ . गणेश जी पैदा नहीं हुए थे बल्कि उन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों को जोड़ कर बनाया गया था।
GANESH JI WAS NOT BORN, HE WAS ASSEMBLED.
२ पार्वती जी ने उन्हें दरवाज़े पे रखकर उसमे पासवर्ड डाल दिया ताकि कोई भी अंदर न आ सके।
७. गरुड़ एक दूसरा ही मॉनिटर ले आये जो गणेश जी के सर से काफी बड़ा था.
८ शिव जी ने उसी मॉनिटर को गणेश जी में जोड़ दिया और
जब स्विच ऑन किया तो गणेश जी यानि कंप्यूटर चालू हो गया
और पार्वती जी को उनका बनाया हुआ (कंप्यूटर) वापस मिल गया.
व्यास मुनि और गणेश जी

AAWAZ SUNKAR LIKHNA -VOICE TYPING AS IN COMPUTER
गणेशजी के बारे में ये भी कहा जाता है कि जब वेद व्यासजी महाभारत की रचना कर रहे थे
तो उन्होंने एक शर्त रखी।
वो बिना रुके कहानी सुनाते जायेंगे और लिखने वाले को बिना रुके लिखना पड़ेगा।
जब इस कार्य के लिए कोई राज़ी न हुआ तो इस कार्य को गणेश जी ने संपन्न किया.
आज ऐसे कंप्यूटर उपलब्ध हैं जो आपकी आवाज़ सुनकर लिख सकते हैं।
क्या गणेश जी – सुपर कंप्यूटर के डिज़ाइन थे ?
- गणेश जी को सभी देवताओं में सबसे बुद्धिमान माना जाता है जैसा कि कंप्यूटर होता है.
- इनका ऊपरी भाग बड़ा और पैर छोटे होते हैं जिस प्रकार कंप्यूटर का मॉनिटर बड़ा और कीबोर्ड छोटा होता है।
- इनकी सूँड का आकार कंप्यूटर के CPU से मिलता जुलता है।
- दोनों और बड़े-बड़े कान वैसे ही होते हैं जैसा कि कंप्यूटर के दोनों तरफ स्पीकर।
- गणेश जी का बड़ा पेट हाई स्टोरेज कैपेसिटी दर्शाता है।
- एक टूटा हुआ दांत, कंप्यूटर के ब्लूटूथ जैसा है।
- गणेश जी की सवारी चूहा उसी स्थान पर विराजमान रहता है
- जहाँ पर कंप्यूटर का माउस जिससे इतना विशाल और भारी भरकम कंप्यूटर चलता है।https://shapingminds.in/jagannath-temple-why-its-unique/ ( शायद अंग्रेज़ों को इसका जवाब मिल गया होगा कि गणेश जी की सवारी चूहा क्यों है )
- अंत में ऐसा कहा जाता है कि किसी भी काम को शुरू करने से पहले गणेशजी की पूजा होती है
- अर्थात कोई भी काम करने से पहले कंप्यूटर ऑन करना पड़ता है। https://shapingminds.in/vaishnodevi-shikshaprad-yatra/उम्मीद है कि
- अब आपलोग किसी भी पौराणिक कहानी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखने और समझने का प्रयास करेंगे।
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