अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
भारत के दो द्वीप समूहों में से एक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह है।
यह भारत का एक केंद्र शाषित प्रदेश है जो बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित है। इसके पूर्व में स्थित है अंडमान सागर और पश्चिम में बंगाल की खाड़ी।
भारत का यह द्वीप समूह (अंडमान और निकोबार) लगभग 572 छोटे-बड़े द्वीपों से मिलकर बना है।
इसके सिर्फ 37 द्वीपों पर ही लोग बसे हैं। पिछले कुछ वर्षों से अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों की खूबसूरती पर्यटको के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
इसकी राजधानी है पोर्ट ब्लेयर (PORT BLAIR)
अंडमान और निकोबार की भौगोलिक जानकारी :
अंडमान और निकोबार की भौगोलिक स्थिति क्या है ?
अंडमान द्वीप समूह 10 डिग्री उत्तरी अक्षांश से लेकर 14 डिग्री उत्तरी अक्षांश तक और निकोबार 6 डिग्री उत्तरी अक्षांश से लेकर से 10 डिग्री उत्तरी अक्षांश में फैला है।
इसी प्रकार https://shapingminds.in/अक्षांश-latitude…तर-longitude-रेख/ अंडमान द्वीप समूह 92 डिग्री 12 मिनट पूर्व देशांतर से 94 डिग्री 17 मिनट पूर्व तथा निकोबार 92 डिग्री 43 मिनट पूर्व देशांतर से 93 डिग्री 57 मिनट पूर्व देशांतर तक फैला है।
कौन सी अक्षांश रेखा इन दोनों द्वीप समूहों को अलग करती है ?
10 डिग्री उत्तरी अक्षांश अंडमान को निकोबार से अलग करती है।
अंडमान के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या है?
यहाँ के लोगो का मुख्य व्यवसाय खेती और मत्सय पालन है। यहाँ की प्रमुख फसलें हैं चावल , नारियल, केला, इत्यादि।
यहाँ किस प्रकार के जीव-जंतु पाए जाते हैं?
जंगली सूअर (wild pig), केकड़ा (crab), डुगॉन्ग (sea cow), डॉल्फिन (Dolphin) इत्यादि अनेक जानवर बहुतायत में पाए जाते हैं। डुगॉन्ग (Dugong) यहाँ का राजकीय पशु है। इसके अलावा दुनिया के सबसे बड़े और सबसे छोटी प्रजाति के कछुए भी यहाँ पाए जाते हैं।
अंडमान और निकोबार – क्या आप जानते हैं ?
अंडमान और निकोबार में कौन-कौन सी प्रजाति के लोग रहते हैं ?
यहाँ मुख्यतः 6 अलग-अलग प्रजाति के लोग रहते हैं। इनके नाम हैं सेन्टिनलीज, जारवा, ओंगी ,जंगिल , शौम्पेन और निकोबारीस।
इनमे सबसे अधिक संख्या निकोबारीस की है। ये ऐसी जनजातियां हैं जिनका बाहरी दुनिया से कुछ भी लेना-देना नहीं है।
ये अपने में ही सीमित रहते हैं। इनसे मिलने की परमिशन किसी को नहीं है। इन जन-जातियों को असुरक्षित घोषित किया गया है।
अंडमान और निकोबार में कौन सी भाषा बोली जाती है ?
अंडमान में बंगाली, हिंदी, तमिल और तेलगु भाषा बोली जाती है।
इस द्वीप समूह की खोज किसने की ?
1940 के दशक में जापानी लोग सबसे पहले इस द्वीप पर आये थे। सुभाष चंद्र बोस ने इस द्वीप पर सर्वप्रथम तिरंगा फहराया था।
बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि तिरंगा झंडा सबसे पहले इसी द्वीप पर फहराया गया था।
बैरन आइलैंड क्या है ?
अंडमान का एक द्वीप जो सक्रिय ज्वालामुखी के लिए प्रसिद्ध है। https://shapingminds.in/क्यों-आते-हैं-जापान-में-भू/ इस द्वीप पर कोई भी नहीं रहता।
यह अंडमान के सबसे गरम द्वीपों में से एक है। नौका से इस द्वीप तक जाया जा सकता है। द्वीप के ऊपर जाने की अनुमति नहीं है।
भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु (SOUTHERN MOST POINT) क्या है ?
इंदिरा पॉइंट भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु (SOUTHERN MOST POINT) है। 2004 में आये सुनामी के कारण इंदिरा पॉइंट जलमग्न हो गया है।
सामान्य जानकारी
इन द्वीपों को देखने जाने के लिए कौन सा समय सबसे उपयुक्त है ?
भू-मध्य रेखा और समुद्र के नज़दीक होने की वजह से यहाँ अत्यधिक आद्रता (HUMIDITY) वाली गर्मी पड़ती है।
इसलिए अंडमान और निकोबार जाने के लिए जाड़े का मौसम यानि नवंबर से मार्च तक का समय सबसे उपयुक्त है।
गर्मी और मानसून में ना ही जाएँ तो बेहतर होगा।
कितने सुरक्षित हैं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ?
इन दोनों द्वीप समूहों की लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। इससे ये पता चलता है कि ये जगह घूमने के लिहाज से बहुत सुरक्षित है।
प्रशाशन की तरफ से पर्यटकों के लिए पुलिस और तटीय कोस्ट गार्ड की व्यवस्था इसे और भी सुरक्षित बना देती है।
क्या यहाँ जाने के लिए पासपोर्ट की ज़रुरत पड़ती है ?
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत का एक अभिन्न अंग है। अपने ही देश में जाने और घूमने के लिए कोई पासपोर्ट की ज़रुरत नहीं होती।
अगर आप शिक्षा, रिसर्च, फिल्म, या डाक्यूमेंट्री बनाना चाहते हैं तो आपको परमिशन लेनी होती है।
निकोबार के कुछ द्वीपों पर जाने के लिए भी आपको स्पेशल परमिशन लेनी पड़ती है।
अंडमान और निकोबार में कौन सी करेंसी (नोट) चलती है ?
निकोबार भारत का ही हिस्सा है। यहाँ भारतीय करेंसी (रुपया) ही चलता है।
यहाँ के ATM से भी आप पैसे निकाल सकते हैं।https://rsrtoursandtravel.com/blog/andaman-tour-where-india-you-find-jarawa-sentinelese-tribes-baratang-island/ विदेशी पर्यटक एयरपोर्ट पर करेंसी एक्सचेंज कर सकते हैं।
इन द्वीपों पर कैसे जाया जा सकता है ?
अंडमान और निकोबार दो तरह से जाया जा सकता है – हवाई जहाज से और पानी वाले जहाज़ से।
हवाई जहाज से आपको ढाई से तीन घंटे लगेंगे जबकि पानी वाले जहाज़ से आपको 50 -60 घंटे लग सकते हैं।
दर्शनीय स्थल
अंडमान के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं :
१. सेलुलर जेल (CELLULAR JAIL) : काला पानी नाम से प्रसिद्ध सेलुलर जेल पर्यटकों का मुख्या आकर्षण है।
यहाँ लाइट और संगीत के माध्यम से इस जेल का इतिहास बताया जाता है।
वीर सावरकर को जिस कोठरी में रखा गया था, उस कोठरी को भी लोग देखने जाते हैं।
२. अंडमान वाटर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स (ANDAMAN WATER SPORTS COMPLEX): राजीव गाँधी जल क्रीड़ा परिसर भी मुख्य आकर्षण का केंद्र है।
यहाँ जल से सम्बंधित कई गतिविधियां की जा सकती है जैसे पैरासेलिंग, बोट रेसिंग, केले की नौका पर सवारी इत्यादि।
३. कोविन्स कोव बीच (CORBYN’S COVE BEACH) :
प्राकृतिक खूबसूरती के लिहाज से कोविन्स कोव बीच सबसे ज्यादा घूमे जाने वाला बीच है।
नारियल पानी और स्कूबा डाइविंग का आनंद यहाँ लिया जा सकता है।
४. वाईपर आइलैंड (VIPER ISLAND) :
ये वो द्वीप है जहाँ कैदियों को फांसी दी जाती थी। सेलुलर जेल से पहले के जेल के खँडहर यहाँ देखे जा सकते हैं।
यहाँ भारत के कई स्वतंत्रता सेनानियों को कैदी बना कर रखा गया था।
५ इन सबके अलावा वंदूर बीच ,नार्थ बे बीच, मुंडा पहाड़ बीच इत्यादि देखे जा सकते हैं।
रोचक तथ्य : (INTERESTING FACT):
क्या आप जानते हैं जलहंस (Jal Hans) भारत का पहला व्यावसायिक समुद्री हवाई जहाज़ (First Commercial Seaplane) को अंडमान में ही लांच किया गया था। इसकी विशेषता यह है कि यह पानी और ज़मीन , दोनों की सतह से उड़ान भर सकता है।
क्या आप बता सकते हैं कि भारत के कितने रूपए के करेंसी नोट पर अंडमान और निकोबार का चित्र है ?
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